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શ્રી સિદ્ધહેમચન્દ્રશબ્દાનુશાસનત્રાકારાદ્યનુક્રમણિકા | પ૯૯
सूत्राङ्क ।
सूत्रम् । पत्तिरथौ० ॥ ३-१-७९ ॥ पत्युर्नः ॥ २-४-४८ ॥ पत्र पूर्वादञ् ॥ ६-३-१७७ ॥ पथ इकट् ॥ ६-४-८८ ।। पथः पत्थ च ॥ ६-३-१०३ ॥ पथिन्मथिन् ॥ १-४-७६ ॥ पथोकः ।। ६-३-९६ ॥ पथ्यतिथि० ॥ ७-१-१६॥ पदः पादस्या० ॥ ३-२-९५ ॥ पदकल्पल० ॥ ६-२-११९ ॥ पदक्रमशिक्षा० ॥ ६-२-१२६॥ पदरुजविश० ।। ५-३-१६॥ पदस्य ॥ २-१-८९ ॥ पदस्यानिति वा ॥ ७-४-१२ ॥
पदाद्युग्० ॥ २-१-२१ ॥ पदान्तरगम्ये वा ॥३-३-९९॥ पदान्ताट्ट० ॥ १-३-६३ ॥ पदान्ते ॥ २-१-६४ ॥ पदास्वैरिवा० ॥ ५–१–४४ ॥ पदिकः ॥ ६-४-१३ ॥ पदेऽन्तरेऽना० ॥ २-३-९३ ॥ पदोत्तरोपदे० ॥ ६-२-१२५॥ पद्धतेः ॥ २-४-३३ ॥ पन्थ्यादेरायनण् ॥ ६-२-८९ ॥ पयाद्रोर्यः ॥ ६-२-३५ ॥
सूत्रम् ।
परः ॥ ७-४-१९१८ परः शतादिः ॥ ३-१-७५ ॥ परजनराज्ञो० ॥ ६-३-३१ ॥ परतः स्त्रीपुंवत्० ॥३-२-४९॥ परदारादिभ्यो० ॥६-४-३८॥
सूत्राङ्क ।
परशव्याद्य० ॥ ६-२-४० ॥ परश्वधाद्राण् ॥ ६-४-६३ ॥ परस्त्रियाः ॥ ६-१-४० ॥ परस्परान्यो० ॥ ३-२-१॥ पराणि कानान० ॥ ३-३-२० ॥ परात्मभ्यां ङेः ॥ ३-२-१७ ॥ परानोः कृगः ॥ ३-३-१०१ ॥ पारावतस्तात् ॥७-२-११६॥ परावराधमो० ॥ ६-३-७३ ॥ परावरे ॥ ५-४-४५ ॥ मरावेः ॥ ३-३-२८ ॥ परिक्रयणे ॥ २-२-६७ ॥ परिक्लेश्येन ॥ ५-४-८० ॥ परिखास्य ॥ ७-१-४८ ॥ परिचाय्योप० ॥ ५-१-२५ ॥ परिणामि ॥ ७-१-४४ ॥ परिदेवने ॥ ५-३-६॥ परिनिवेः सेवः ॥ २-३-४६ ॥ परिपथात् ॥ ६-४-३३ ॥ परिपथात् ॥ ६-४-३२ ॥
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