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પ૯૮ ) સિદ્ધહેમ – બાલાવબોધિનો
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सूत्रम् । सूत्राङ्क। । सूत्रम् । सूत्राङ्क। नेरिनपिट-स्य ॥ ७-१-१२८॥ न्यादो नवा ॥ १-४२४ ॥ ने मादापत० ॥२-३-७९ ॥ न्यायादेरिकण् ॥ ६-२-२१८॥ ने,वे ॥६-३-१७ ॥
न्यायार्थादन पेते ॥७-१-१३॥ नेनंदगदपठ० ॥ ५-३-२६ ॥ न्यायावाया० ॥५-३-१३४ ॥ नेबुः ॥ ५-३-७४ ॥
न्युदो ग्रः ॥५-३-७२ ॥ नकस्वरस्य ॥ ७-४-४४ ॥ न्स्महतोः ॥ १-४-८६ ॥ नैकार्थेऽक्रिये ॥ २-३-१२ ॥ पक्षाच्चोपमादेः ॥२-४-४३॥ नोऽङ्गादेः ॥ ७-२-२९ ॥ पक्षात्तिः ॥ ७-१-८९ ॥ नोतः ॥ ३-४-१६॥
पक्षिमत्स्य० ॥ ६ ४-३१ ॥ नोऽपदस्य० ॥ ७-४-६१ ॥ . पचिदुहेः ॥ ३-४-८७ ॥ नोपसर्गात्० ॥२-२-२८॥ पञ्चको वर्गः ॥ १-१-१२॥ नोपान्त्यवतः ॥ २-४-१३ ॥ पञ्चतोऽन्यादे० ॥ १-४-५८॥ नोऽप्रशानो-रे ॥ १-३-८॥ पञ्चदशद्वगं० ॥६-४-१७५॥ नोभयोहतोः ॥ २-२-८९ ॥ पञ्चमी-आमहैव् ॥ ३-३-८ ॥ नो मट् ॥ ७-१-१५९ ॥ पञ्चमी भयाद्यः ॥३-१-७३ ॥ नोादिभ्यः ॥२-१-९९ ।। पञ्चम्यपादाने ॥ २-२-६९ ॥ नो व्यञ्जन० ॥ ४-२-४५ ॥ पञ्चपञ्चम्यर्थहेतौ ॥५-३-११॥ नौद्विस्वरादिकः ॥६-४-१०॥ पञ्चम्याः कृग् ॥ ३-४-५२ ॥ नाविषेण-ध्ये ॥ ७-१-१२ ॥ पञ्चम्या त्वरायाम् ॥५-४-७७॥ चोधसः ॥ ७-१-३२॥ पञ्चम्या नि-स्य ॥७-४-१०४॥ न्याधिस्य० ॥ ७-४-७॥ पश्चसर्व-ये ॥ ७-१-४१ ॥ न्य क्रूद्-यः ॥ ४-१-११२ ॥ पणपादमाषाद्यः ॥६-४-१४८॥ न्यकोर्वा ॥ ७-४-८ ॥ पणेर्माने ॥ ५-३-३२ ॥ न्यभ्युपवे० ॥ ५-३-४२ ॥ पतिराजान्त० ॥ ७-१-६० ॥ न्यवारछापे ॥ ५-३-५६ ॥ का पतिवन्यन्त० । २-४-५३ ॥