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________________ ४० तोफानोनो आश्रय लेवानी वृत्ति बिनतंदुरस्त मानसनी निशानी छे अने कोई पण प्रगतिशील समाज, राष्ट्र के लोकशाही माटे खतरनाक छे. कोई पण संजोगोमां धर्मने नामे उग्रता आटली हदे न ज जई शके-न जवी जोईए. .. __आ अधिवेशनमा धार्मिक अने व्यावहारिक केळवणी तेम ज धार्मिक पाठ्यपुस्तको अने युनिवर्सिटीना अध्ययनने योग्य प्राकृत अने संस्कृत जैन साहित्यग्रंथो तैयार कराववा उपर भार मूकवामां आन्यो हतो. हिंदी व्यापारीने देशी वहाणवटानी उद्योगनी उन्नतिअर्थे श्री साराभाइ नेमचंद हाजी तरफथी वडी धारासभामां रजू थएल कोस्टल रीझर्वेशन बिल तथा बाललग्न अटकाववा श्री चांदकरण शारदाए रजू करेला शारदा अॅक्टने टेको आपवामां आव्यो हतो. जैन बेंक, शुद्धि अने संगठन, सार्वजनिक धर्मादा खाताओनी व्यवस्था, अतिहासिक साधनो जेवां के शिलालेखो, धातुप्रतिमालेखो वगेरेनो उद्धार, हूंडीनो दर, बँकवहीवट शारीरिक विकास, वस्तीगणतरी वखते जैनोनी वस्तीना आंकडा जुदा पाडवा, डेक्कन एग्रीकल्चरिस्ट रीलिफ अॅक्ट रद करवा, हानिकारक प्रथाओ बंध करवा, जैनोनी आर्थिक परिस्थितिनी तपास करवा योग्य प्रबंध करवा, स्वदेशी वस्तुओ वापरवा वगेरे अगत्यना ठरावो करवामां आव्या हता. सौथी अगत्यनो बनारस हिंदु युनिवर्सिटीमां जैन तत्त्वज्ञाननी चर स्थापवा रुपिया चालीस हजार ते युनिवर्सिटीने सोंपवानो ठराव थयो हतो. बीजो अगत्यनो ठराव दीक्षासंबंधी हतो जेमां कॉन्फरन्सनो एवो अभिप्राय दर्शाववामां आव्यो हतो के दक्षिा लेनारने तेनां मातापिता आदि अंगत सगाओ तथा जे स्थळे दीक्षा Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.005582
Book TitleJain Shwetambar Conferenceno Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNagkumar Makatai
PublisherSohanlal Madansinh Kothari
Publication Year1960
Total Pages216
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size14 MB
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