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________________ याद आपq ठीक थई पडशे के श्री. मोहनलाल देशाई जेओ आपणा समाजना एक सुप्रसिद्ध साहित्यकार तरीके जाणीता थई चूक्या हता तेओ कॉन्फरन्सना मुखपत्र श्री जेन कॉन्फरन्स हेरोल्ड पत्रिकाना तंत्री तरीके पण थोडा वर्षोथी सेवा आपता हता. आ उपरांत जैन युवानोंने उच्च वेपारी केळवणी आपवा बाबत, स्त्रीकेळवणी बाबत अने युनिवर्सिटीओमां जैन साहित्यने वधु ने वधु स्थान आपवा बाबतना महत्त्वना ठरावो थया हता. अगियारमुं अधिवेशन-कलकत्ता ___कॉन्फरन्सर्नु अगियारमुं अधिवेशन बंगालना पाटनगर कलकत्तामा शेठ खेतसी खीअसी जे. पी.ना प्रमुखपदे सं. १९७४ मां भरायु हतुं. आ अधिवेशनमा घणा अगत्यना ठरावो थया हता. ते उपरांत सुकृत भंडार फंडनी वसूलात बराबर थती न होवाथी त्यांना आगेवानोनी सूचनाथी एकीसाथे चार वर्षनुं फंड वसूल करवामां आव्यु हतुं. कलकत्तावासीओनो उत्साह अवर्णनीय हतो, अने स्वागत अपूर्व हतुं. बारमुं अधिवेशन-सादडी लाला दोलतराम नहारना प्रमुखपदे सं. १९७६मां गोड. बाडमां बार, अधिवेशन अति उत्साहजनक वातावरणमा मळ्यु हतुं. साराये मारवाड अने गोडवाडमांथी मरु देशनी धींगी धरतीना संतानो अधिवेशनमा हाजरी आपवा ऊतरी पड्यां हता. स्वागतप्रमुख तरीके शठ नथमलजी छजमलजीए महेमानोनो भावभीनो सत्कार कर्यो हतो. Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.005582
Book TitleJain Shwetambar Conferenceno Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNagkumar Makatai
PublisherSohanlal Madansinh Kothari
Publication Year1960
Total Pages216
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size14 MB
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