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________________ पुस्तकोद्धार फंड, श्री मंदिरोद्धार फंड, श्री निराश्रित फंड, श्री जीवदया फंड अने श्री केळवणी फंड एम छ अगत्यनां खातां माटे टीप करी लगभग एक लाख रुपिया उपरांतनी रकम भेगी करी. केळवणीना उत्तेजनार्थे केटलीक स्कॉलरशिपो एण जाहेर थई हती. ___ आ आधिवेशन कॉन्फरन्सना इतिहासमां एक महत्त्वनुं अधिवेशन बन्यु हतुं अने कॉन्फरन्सनी लगभग बधी प्रवृत्तिओनां पगरण आ अधिवेशनथी मंडायां हता. मुंबई शहेरना जैन समाजमां चार दिवस उत्सव- मंगळ वर्ती रह्यो हतो..ते वखते टोकरशी कविए साचे ज गायुं हतुं के, धन्य दिन आज समाज जीनसंघy, उन्नतिकरण एकत्र मळियुं धर्मव्यवहार आचारविचारमां, सार शोधी सुधाराए भळियु. श्री ढहाजीने कवि-अंजलि आपतां गाय छे के, अंग उमंग जीनसंघ ढढ्ढा खरे जंग शुभ रंग अति तें जमाव्यु. कुशळ कळ केळवी प्रबळ दळ मेळवी, बुद्धिबळ सुयश गुलाब वाव्युं. त्रीजुं अधिवेशन-वडोदरा. _____ कॉन्फरन्सनुं त्रीजु अधिवेशन गुजरातना वीरक्षेत्र वडोदरा खाते ता. २७-२८-२९ नवेम्बर सने १९०४ : सं. १९६१ : ना कारतक वद ५-६-७ ना दिवसोमां श्री अजीमगंज : मुर्शीदाबाद : Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.005582
Book TitleJain Shwetambar Conferenceno Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNagkumar Makatai
PublisherSohanlal Madansinh Kothari
Publication Year1960
Total Pages216
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size14 MB
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