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(९) पवित्र तीर्थो परनी आशातना अटकाववा प्रयत्न करवो. (१०) जैन कोममा प्रचलित हानिकारक सांसारिक रीति
रिवाजोने दूर करवा प्रयत्न करवो. (११) हवे पछीनी कॉन्फरन्स पालीताणामां अनुकूळ समये.
भरवी. (१२) आ कॉन्फरन्सनुं तमाम कामकाज करवा माटे जनरल
सेक्रेटरी तथा प्रान्तिक सेक्रेटरीओनी निमणूक करवी. छल्ला ठराव अनुसार अपर इन्डीआ अने लोअर इन्डीआ एम बे भाग पाडी अपर इन्डीआना जनरल सेक्रेटरी श्री. गुलाबचंदजी ढढा अने लोअर इन्डीआना जनरल सेक्रेटरी अमदावाद निवासी शेठः लालभाई दलपतभाईनी नीमणूक करवामां आवी अने चौद. प्रांतिक सेक्रेटरीओ नीमवामां आव्या.
आ प्रमाणे जैन समाजनी आ महान संस्थानी जड मजबूतपणे फलोधीमां नंस्वाई. प्रतिनिधिओए खूब ज उत्साहपूर्वक अधिवेशनमा भाग लीधो. जैन समाजमा पहेली ज वार अखिल हिंदना धोरणे समुचित विचारणा अने संगठननां बीज नंखायां. पहेला अधिवेशनना ठरावोनी विस्तारपूर्वक नोंध. एटला माटे लीधी छे के तेमां जैन समाजना ते वखतना मानस अने विचारोनुं सुंदर प्रतिबिंब पडे छे; जैन समाजनी नव जागृतिनां अने विकासशीलतानां तेमां दर्शन थाय छ; अने आजे पण जे प्रश्नो जैन समाजना प्राणप्रश्नो छे ते तरफ ते युगना आगेवानो पूरेपूरा सजाग हता एनी प्रतिती थाय छे.
श्री ढढाजी जेवा फक्त एक ज निष्ठावान लोकसेवक पोतानी
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