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________________ १२४ कोने खबर हती के आवुं विद्यामंदिर कॉन्फरन्सना एक बखतना जनरल सेक्रटरीना नामथी कॉन्फरन्सना मुंबई कन्वेन्शन -संमेलनना प्रमुख ज स्थापशे ? ओगणीसमा सुवर्ण जयंति अधिवेशने पण संस्कृतिरक्षण माटे भारतवर्षनी विद्यापीठोमां अर्धमागधी भाषानुं अध्ययन ऊचित स्थान पामे तेवो ठराव कर्यो हतो. कॉन्फरन्सना सतत अने दीर्घ प्रयासोना परिणामे जैनसाहित्य अने अर्धमागधीनो अभ्यास घणां विश्वविद्यालयोमां दाखल थयो छे अने तेने परिणामे घणा ऊच्च कोटिना जैन अने जैनेतर विद्वानो तैयार थया छे. कॉन्फरन्स आ सिद्धि माटे जरूर गौरव लई शके तेम छे. ११. संस्कृतिरक्षा : 66 66 फालना अधिवेशन वखते कॉन्फरन्सना मुख्यमंत्री श्री फुलचंद शामजीए जे निवेदन कर्यु हतुं तेमां तेमणे “ संस्कृतिरक्षा " माटेना कॉन्फरन्सना अथाग प्रयत्नोनो संक्षिप्त पण सुंदर ख्याल आप्यो छे. तेमणे कहधुं के, 99 " भारतीय संस्कृतिना उज्ज्वल मुकुटमणिसमी जैन संस्कृति तेना योग्य स्वरूपमां जळवाई रहे ते माटे पण कॉन्फरन्स पूरी तकेदारी राखे छे " Jain Education International जैनधर्म उपर थता आक्षेपो अने जैनसिद्धांतोनी खोटी रजूआत बाबत कॉन्फरन्से वखतोवखत सखत विरोध नोंधावी आक्षेप प्रतिकार अंगे तेणे जुदा जुदा लेखको, वक्ताओं तथा प्रकाशन संस्थाओ साथै पत्रव्यवहार करेलो छे. तेमांना घणाखराने For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.005582
Book TitleJain Shwetambar Conferenceno Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNagkumar Makatai
PublisherSohanlal Madansinh Kothari
Publication Year1960
Total Pages216
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size14 MB
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