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निर्जरा इत्यादि अरे भाई एमज होय तो पछी शास्त्रमा दोषित आहार देनार अने लेनार बन्नेने चोर कहेवार्ने कारण ! जुवो मेजर नामानी ढाल ९ मी. सविस्तार. आगळ चालता-लखे छे के हालना मुनिओने ममत्व भाव नथी तेमज वस्त्र पात्रादि वधारे राखता नथी इत्यादि. आ बात लखवाथी पती जाय एम नथी, परन्तु दुनियांने करी बतावे तोज दुनिया मानी सके छे. मठधारीयोना नामथी लोको पोकार करी रह्या छे, अने पात्राओ तथा कामलीओनी संख्या बंध जोडोनी पेटीयो भरेली कदाच भोला भाला ग्रहस्थीयोथी छानी हसे, परन्तु केवलीओ थी छानी नथी. ज्यारे एक बीजा पर हुमला कर छे के नोटिसो चैलेंजो करी हजारो पर पाणी फेरे छे. एने शं कहवं ममत्व के कदाग्रह ? ___ आगढ़ लखे छे के साधुओ ब्राह्मण पासे भणता नथी, तेमन साध्वीयो व्याख्यान वांचती नथी इत्यादि, आ बात क्या सुधी सत्य छे. कर कंकणने आरसीनी जरुरत नथी. आ वातने आपणो समाज सारी रीते जाणे छे. तेमज ज्ञानना हजारो रुपिया पर दरवर्षे हाथ फरे छे, अने
शासन नी विनय भक्ती नो लोप थतो जाय छे. तेनी साथेज साधुओ - स्वच्छंद बनीने शासनने के निंदावे छे, ते पण दुनियाथी छानुं नथी.
आगळ योग अने उपधानने तमे निषेधो छो इत्यादि अमे योग उपधानने निषेधता नथी, जुवो ढाल छठी अने सातमी. । परन्तु तमे बावाने नामे बलाय मठमां घालो छो ते \ उचित छ ?
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