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________________ भारत का विस्तार कितना ? ले. ब्रह्मचारी शुकदेव शरण वृदावन ___ नेशनल एसोशियेशन सङ्घ द्वारा निर्मित इसी तरह पनामा जल डमरूमध्य से इसकी नकशेकी पुस्तक का अवलोकन कीजिये- एक श्रेणी दक्षिण अमेरिका के पश्चिम पाश्व में बडती हुई चिली देश दक्षिण हद तक गई कारट्रोग्राफ्ड नक्शे हिमालय का रेंज है। समुद्र भीतर कहां से कहां को गया है स्पष्ट रूप से दिखाया गया है । . ___ इस प्रकार एश्चिम की ओर उत्तर अमे. ___ पासिफिक और अटलांटिक महा सागरों रिका और दक्षिण अमेरिका में यह हिमामें किस स्थल पर कितनी गहराई है, तथा लय व्याप्त है जिसे एडीज का पहाड कहते अटलांटिक राइज और पासिफिक राइज एवं हैं । दक्षिणीय चिलि देश के एक छोर धरती मध्य अटलांटिक राइज आदि को पूर्णरीति का निकलकर पश्चिम की ओर समुद्र भीतर से व्योरेवार इस मानचित्र में दिखाया गया वेस्ट चिली राइज के नाम से ईस्टर आइ. सैंड कार्डिलेरा राइज में जा मिलती है, मानचित्र को अवलोकन करने से यह इस प्रकार पूर्व की ओर जापान देश में स्पष्ट हो जाता है कि-हिमालय की एक श्रोणी व्याप्त हीरोसीमा नाम इस शाखा को पश्चिम की ओर वेअरिंग सागर तक पहुच उदयाचल के नाम से सम्बोधित किया गया कर उत्तर अमेरिका ताम्रपणी द्वीप के पश्चिम है तथा पश्चिम की ओर एंडीज पहाड को ही पश्चिम घेरा ढालती हुई पनामा के जल अस्ताचल के नाम से सम्बोधित किया डमरुमध्य तक आ पहुंची हैं और वहां से गया है, पश्चिम की ओर साउथ पासिफिक ओशन (दक्षिणीय शान्त महा सागर) में प्रवेश कर अस्ताचल और उदयाचल के परे कोई ईस्टर आईलेड कांडिलेरा (राईज) के नाम न देश न टापू न नगर कुछ भी नहीं है । से बढती हुई बहिण द्वीप अतिक्रमण कर चूकि वह हिमालय भारत वर्ष की सीमा दक्षिणीय ध्रुव सागर में प्रवेश कर गई है पर्वत हैं । Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.005570
Book TitleJambudwip Part 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVardhaman Jain Pedhi
PublisherVardhaman Jain Pedhi
Publication Year
Total Pages202
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size5 MB
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