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अथ अष्टम श्री चंद्रप्रभजिन स्तवनम्
|| श्री श्रेयांस जिन अंतरजामी - ए देशी ||
श्री चंद्रप्रभ जिन पद सेवा, हेवायें जे हलिया जी।
आतम गुणअनुभवथीमलिया, तेभवभयथी टहियाजी॥
श्रीचंद्रप्रभ.॥१॥
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