________________ उत्तमचरित्र कुमारनोरास-वस्त्रदान फल माहान म्यरूप महा प्रतापी पुरुषर्नु ढालबंध चरित्र.-४-g( शेउकयवन्ना शाहनो रास-सौ नाग्यवृकि.-४fd रात्रिनोज़न परिहारक रास-रात्रिनोजनना पहि हारथी उत्पन्न थयेला शुन्न फलने दर्शावनारी तथा सुदृष्टी जनोने रात्रिनोजन निषेध निमित्त दृष्टांतरूप झान आपनारो.ग्रंथ. -3- , धर्मबुफि मंत्री तथा पापबुझि राजानो रासधर्मश्री थतां शुन्न फलो तथा पापथ थतां अनिष्ट फलोर्नु विवेचन करनारो तथा धर्ममा प्रवृति अने पापमां निवृत्ति करावनारो ग्रंथ तथा सजनना दोहा वगेरे. 0-3-0 व्यापारी रास तया उपदेश रास-श्रा ग्रंथ व्यापार करवा नीकलेला जीवरूप शेठीयाना रूपथी चोराशी लाख योनिरूप बंदरो बदलवा वगेरे विषयथी वैराग्यदर्शक पदवाक्यना प्रबंधमय तथा उपदेशमय वाक्यथी जरपुर अंतःकरणने असर करे तेवो रसाल शिक्षारूप ले. 0-2-0 Jain Educationa International FOलमानाNSTARya www.jainelibrary.org