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________________ श्शन चतुर्थ उदास. ॥ दोहा॥ तव शिवपुत्री विनवे, कुर्कट चल चित्त देख ॥मुजथी निरमोही थया, स्वामी केण विशेष ॥१॥ चाकरीए चूकी नही, राख्या करीने प्राण ॥ खामी न कर को दिशा, जावे जाण मजाण ॥२॥ अर्थ ॥ कुकडानुं चित्त चलायमान श्रतुं जोइने शिवमाला तेने विनंति करवा लागी के हे नाथ! एवं शुं विशेष अयुं के आपे अमारा उपरथी राग तजी दीधो ? ॥१॥ हे नाथ! हुं चाकरी करवामां चूकी नथी एटझुंज नहीं पण मारा प्राण करीने राख्या . वली जाणे के अजाणे कोइपण बाबतमां खामीपडवा दीधी नथी. ॥२॥ बोगाला तुम कारणे, मुहव्या घणा नरेश ॥ हुं माथे ले फरी, पिंजर देश विदेश ॥३॥ एक घमीनी प्रीतमी, पाले उत्तम लोक ॥ वरस नवनो नेहलो, क्षणमा नकरो फोक ॥४॥ अर्थ ॥ हे बोगाला ! आपने माटे में घणा नरपतियोने पण उहव्या बे. वली आपने मारा मस्तक उपर धारण करी देश परदेश हुँ फरेली बु. ॥ ३॥ जे उत्तम प्राणी होय ते तो एक घडीलर प्रीति थइ होय तेनो पण निर्वाह करे ये तो तमारी अने अमारी तो नव वर्षनी प्रीतिले. तेने एक दाणमां केम तोडी नांखोगे ॥४॥ रे पंखी कहे तुम तणे, वीरमतीनी पास ॥ मांगी लोधा नणी, केम हवे करो निरास ॥५॥ सुध देखामीने प्रथम, कां दे खाडो डांग ॥ मारी उलगनो तमे, कयारे वालशो खांग ॥ ६ ॥ अर्थ ॥ हे पक्षीराज! आपनाज कहेवाश्री वीरमतीनी पासेथी आपने मांगी लीधातो हवे मने आप केम निराश करोगे? ॥ ५॥ प्रथम आपे अमने दुध देखाडयुं अने हवे अमने डांग बतावोगे, तो बीजें तो काईनही परंतु मारी आपना परत्वेनी सेवानो बदलो आ दासीने क्यारे श्रापशो ॥६॥ केणे तमने जोलव्या, थया जेह निसनेह । पेहेलो पोतानी करी, यो बो का हवे बेह ॥ ७॥ अर्थ ॥ आपने कोणे नोलवी दीधा के जेयी अमारा उपर आवा स्नेह रहित थ गया. प्रथमतो पोतानीबो एम कर्दा अने हवे जुदारो शामाटे करोगे. ॥७॥ ॥ ढाल ३ जी॥ ॥ करेलणां घमीदे रे ॥ देशी ॥ बोल्यो कुर्कट राजोयो रे, नटवधू निसुणो वाताए सौजन्य गुण ताहरा, सांजरशे दिनरात ॥ विबुध जननी प्रीतडी रे, खटके खिण खिण चित्त ॥ दिसे जगरी तडी रे, एदमा निश्चल चित्त ॥१॥ मे तुज एक घमी तणो, उशिंगण न थवाय॥श्रावी लिखाणा जे हीये, ते केम विसर्या जाय॥वि॥२॥ Jain Education International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.005375
Book TitleChand Rajano Ras
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShravak Bhimsinh Manek
PublisherShravak Bhimsinh Manek
Publication Year1905
Total Pages396
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size17 MB
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