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ॐ
पंडित श्री मोहन विजयजी विरचित
श्री चंदराजानो रास.
याने
शियल महात्म्य तथा कर्मना चित्र विचित्र स्वरुप प्रदर्शक पद्यात्मक चरित्र
तेनुं शुद्ध गुजराती जाषांतराने रंगीन चित्रोसहित
पावी प्रसिद्ध करनार
शा० जीमसिंह माणेक
मुंबई
श्री निर्णय सागर प्रेसमां मुषितकयों
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विक्रम संवत् २०६१ ई. स. १९०५
रजीस्टर सर्व स्वाधिन.
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