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(३८)
तमारा शासनना बंधारणनीज खूबी छे. बीजाना मतोमा पूर्वाऽपर विरोध, अयथार्थपणुं, अने देवोनां चरित्रो पण निंद्यपणाथी शास्त्रोनें बंधारण थएलुं छे. पण हे भगवन् तमारा शास्त्रोमां एम बन्यु नथी. एज तमारा शासननी अलौकिक खुबी छे. हे भगवन् ! तारी मत्ति वीतरागी छे, अने तेमना देवोनी मूर्तिओ पण विकृतिवालीओ छे. छतां पण तेओ विचार नथी करी शकता पण अमोबधाए मतवादिओना सन्मुख पोकार करीने कहीए छीये के-चीतरागी मूर्ति जेवी बीजा काई पण देवनी मूर्ति ध्यान करवाने योग्य नथी. तेमज सर्वपदार्थोना स्वरूपर्नु यथार्थज्ञान मेलववा माटे अनेकांतना मार्ग जेवो ( स्याद्वादमार्ग जेवो ) बीजो कोई पण न्यायमार्ग, दूनियामां छेज नहीं एम जे अमो कहीये छीये ते श्रद्धामात्रथी केहता नथी, पण परीक्षापूवक निःपक्षपातपणाथी कहीए छीए.
॥ इति लेखसंग्रहे प्रथमभागनी प्रस्तावना ॥
हवे भाग बीजानी प्रस्तावना. डॉ० हर्मन जेकोबी—जैनसूत्रोनी प्रस्तावनाना प्रथम भागमां लखे छे के---अत्यार सुधीनी चर्चा, जनोनी परंपरागत कथाओनी प्रमाणिकताउपरज चालेली छे. तेथी
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