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श्री शत्रुंजयतीर्थ के परम आराधक तपागच्छाधिष्ठायक श्री मणिभद्र दादा
તપાગચ્છાધિષ્ઠાયક
ॐ असीआउसानमः श्री मणिभद्र ! दिशतु मम सदा सर्व कार्येषु सिद्धिम् !
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