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________________ શાશ્વ સૌરભ ભાગ-૧ এ શામળાની પોળમાં પાર્શ્વનાથ મંદિરનો શિલાલેખ : (ચિત્ર નં. ૮) Jain Education International सर्द ॥ स्वस्तिश्री मंगलाया। स्फारका नं पापप्रणाशनं जाया नशा मन मुत्रमा वना६५३-अलाई४२ वर्षियातिसादि श्री कबर विजयिता श्री हरवतरंग धापि श्राजिनमा (मक्स रिपहालंकारस्वमादानाद्यानक गुण रजितश्री मदक बरसादिप्रदत्रयुगपदाश्री तीर्थ नगर समीप सागरजलचरजीवरमाकारक सरावादीयाष्टादिका सकल जीवान दान दायक मताशिकरोवनार नेहार की जन बंदुसाशन श्रीजिन सिहावा मुखोपाध्यायवाचक समितिः॥श्रमावादनगरवासाज्ञा नियमन मा साईयाउन सं० जोगी ना०जसमा दिवि उर त्रिनश्रीस्वरतरगचे मामावारी वासिनः कर (नाग परगीय सुपरिवार स्वगुरुराजादिसाधुसाध शो श्रीश जयमायानाविधानाविदित स्वदेशपरदे शयम कुल साधर्मिताज्ञनिकेन। त नकजिनामापतिमानिष्टादिवम हो साव श्रनेकमा कविवाल्पादिकर लायर सिके न संघधनामा मजा किन नाशवान सं०रनजी संरूपजीवामजीयन से ० सुंदर दामाद परिवार शातिनाश्रीलेट का साधु तालिकाया दिदिनाविननिवाशित नमवित्प श्रीरामला नामिबंफालान दिने महामाया मासीदिवरुगादवीप्रसादाद्यमानं त्र उप मानव विश्यादावे के For Private & Personal Use Only 30G www.jainelibrary.org
SR No.005126
Book TitleDhanyadhara Shashwat Saurabh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNandlal B Devluk
PublisherArihant Prakashan
Publication Year2008
Total Pages972
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size53 MB
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