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________________ टाइस इन अॅन्दयन्ट इन्डिया : बिमलाचरण लो, पूना, ई. स. १९४३ डाइनेस्टिझ ऑफ धी कलि एज : अफ. इ. पार्जिटर, ऑक्स्फर्ड युनिवर्सिटी प्रेस, ई. स. १९१३ डिक्शनरी ऑफ पालि प्रोपर नेम्स, भाग १-२: जी. पी. मलालसेकर, लंडन, ई. स. १९३८ ___ तत्त्वार्थसत्र ( वाचक उमास्वातिकृत) : संपादक पं. सुखलालजी, २ जी आवृत्ति, अमदावाद, ई. स. १९४० तंत्रोपाख्यान : संपादक सांबशिव शास्त्री, त्रिवेन्द्रम्, ई. स. १९३८ त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरित्र ( आचार्य हेमचन्द्रकृत ) : भावनगर, ई. स. १९०६-१३ दशकुमारचरित (दंडीकृत ): संपादक नारायण बालकृष्ण गोडबोले अने टी. वेंकटराम शास्त्री, ८ मी आवृत्ति, मुंबई, ई. स. १९१७ देवतामूर्तिप्रकरण अने रूपमंडन : संपादक उपेन्द्रमोहन सांख्यतीर्थ, कलकत्ता, ई. स. १९३६ द्वयाश्रय महाकाव्य (आचार्य हेमचन्द्रकृत), ग्रन्थ १-२ : संपादक आबाजी बिष्णु काथवटे, मुंबई, १९१५-२१ .. धूर्ताख्यान (हरिभद्रसूरिकृत) : संपादक आदिनाथ नेमिनाथ उपाध्ये, मुंबई, ई. स. १९४४ निघंटु आदर्श, पूर्वार्ध-उत्तरार्ध : वैद्य बापालाल ग. शाह, हांसोट, ई. स. १९२७-२८ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.005124
Book TitleJain Sahitya ma Gujarat
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhogilal J Sandesara
PublisherGujarat Vidyasabha
Publication Year1952
Total Pages316
LanguageGujarati, Sanskrit
ClassificationBook_Gujarati
File Size11 MB
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