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________________ सन्दर्भसूचि [आ पूर्व निर्देशायेला उपरांत उपयोगमा लेवायेला महत्त्वना प्रन्थोनी सूचि । आगमसाहित्य अनुत्तरोपपातिकदशा सूत्र-अभयदेवसरिनी वृत्ति (ई. स.नो ११मो सैको ) समेत : प्रकाशक आगमोदय समिति, सं. १९७६ उपासकदशा सूत्र-अभयदेवसूरिनी वृत्ति (इ. स. नो ११ मो सैको) समेत : प्रकाशक आगमोदय समिति, मेसाणा, सं. १९७६ ___ दशाश्रुतस्कन्ध -संपादक उपाध्याय आत्मारामजी पंजाबी, जैन शास्त्रमाला नं. १, लाहोर, सं. १९९७ निर्यावलिका (कप्पिया, कप्पवडंसिया, पुष्फिया, पुष्फचूलिया, वह्निदसा ए पांच सूत्रो)-श्रीचन्द्रसूरिनी वृत्ति ( सं. ११२८-ई स. १०७२ ) समेत : प्रकाशक आगमोदय समिति, सं. १९७८ प्रकीर्णकदशकम् ( चउसरण, आतुरप्रत्याख्यान, महापरिज्ञा, भक्तपरिज्ञा, तंदुलवेयालिय, संस्तारक, गच्छाचार, गणिविद्या, देवेन्द्रस्तव, मरणसमाधि ए दश प्रकीर्णको) : प्रकाशक आगमोदय समिति, मुंबई, सं. १९८३ श्रमणप्रतिक्रमण सूत्र वृत्ति-पूर्वाचार्यकृत : प्रकाशक दे. ला. जैन पुस्तकोद्धार फंड, मुंबई, सं. १९६७ इतर साहित्य अलो हिस्टरी ऑफ इन्डियाः विन्सेन्ट स्मिथ, ४ थी आवृत्ति, ऑक्स्फर्ड, ई. स. १९३२ ___ अलंकारसर्वस्व (रुय्यककृत) : संपादक पं. गिरिजाप्रसाद द्विवेदी, २ जी आवृत्ति, मुंबई, ई. स. १९३९ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.005124
Book TitleJain Sahitya ma Gujarat
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhogilal J Sandesara
PublisherGujarat Vidyasabha
Publication Year1952
Total Pages316
LanguageGujarati, Sanskrit
ClassificationBook_Gujarati
File Size11 MB
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