________________
श्री जिनवल्लभगणिवर्यप्रणीता श्रीचन्द्रसूरीश्वरसन्दृब्धवृत्तिसमलङ्कृता
श्रीपिण्डविशुद्धिः
( गुर्जरभाषान्तर 'गुणानन्दीयवार्त्तिक' विभूषिता)
Jain Education International
प्रकाशक
-
दिव्यदर्शन ट्रस्ट
For Private & Personal Use Only
www.jalary org