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स्फोटय स्फोटय, मारय मारय, दहनाक्षि ! प्रलय प्रलय, धगधगितमुखे ! ज्वालामालिनि ! हाँ ही हूं ह्रौँ हुः सर्वग्रहहृदयं दह दह, पच पच छिन्द छिन्द, भिन्धि भिन्धि हः हः हाः हाः हे: हेः हुं फट् फट् घे घे क्ष्ल्व्यूँ क्षा क्षीं हूं क्षौं क्षुः स्तम्भय स्तम्भय, हा पूर्वं बन्धय बन्धय, दक्षिणं बन्धय बन्धय, पश्चिमं बन्धय बन्धय, उत्तरं बन्धय बन्धय, भल्ब्यूँ भाँ भी यूं भ्रौं भ्रः ताडय ताडय, म्ल्व्यूं माँ माँ पूँ नौं म्र: नेत्रे यः स्फोटय स्फोटय, दर्शय दर्शय, हाल्व्यूँ प्राँ प्री पूँ प्रौँ प्रः प्रेषय प्रेषय, धल्व्यूँ घाँ घी धूं धूं ध्रौँ घ्रः जठरं भेदय भेदय, हम्ल्व्यूँ झां झी झू झों झः मुष्टिबन्धेन बन्धय बन्धय, खल्व्यूं खाँ खी खू खौँ खः ग्रीवां भञ्जय भञ्जय, छ्म्ल्यूं छाँ छी छू छौं छु: अन्तराणि छेदय छेदय, ठम्ल्यूं ठां ठी , छौं ट्रः महाविद्यापाषाणास्त्रैः हन हन, क्ल्ब्यूँ वाँ वीं वौँ व्रः समुद्रे ! जृम्भय जृम्भय झौं झः घौँ डौँ घ्रः सर्वडाकिनीः मर्दय मदेय, सर्वयोगिनी: तर्जय तर्जय, सर्वशत्रून् ग्रस ग्रस, खं खं खं खं खं खं खादय खादय, सर्वदैत्यान् विध्वंसय विध्वंसय सर्वमृत्यून् नाशय, नाशय, सर्वोपद्रवं महाभयं स्तम्भय स्तम्भय, दह २ पच २ मथ २ ययः २ धम २ धरू २ खरू २ खगरावणसुविद्या घातय २ पातय २ सच्चन्द्रहासशस्त्रेण छेदय २ भेदय २ झरू २ छरू २ हरू २ फट २ घेः हाँ हाँ आँक्रॉ क्ष्वी ह्रीं क्लीं ब्लू द्रां द्रीं क्रों क्षौं क्षौं क्षौं क्षीं ज्वालामालिनी आज्ञापयति स्वाहा ॥
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