________________
४३६
गुजराती भाषानी उत्क्रान्ति सांभळा ( सांभळे छे) ताच्छइ ( तासे छे) लांषइ-( नांखे छे)
च्छोलइ (छोले छे) धोअइ (धोवे छे)
चाटइ (चाटे छे) पुढइ (पोढे छे)
पालटइ (पालटे छे) चूंटइ (चूंटे छे)
फटइ ( फटाय छे–फाटे छे) हुअइ ( होय छे)
जषेलइ-(ऊखेळे छे) थीजइ (थीजे छे)
पल्हालइ-(पलाळे छे) भीजइ (भीजे छे)
लेअइ ( नयति-लई जाय छे) वाधइ ( वधे छे)
जोअइ ( जोवे छे) सूअइ (सूए छे)
षोत्रइ ( खोतरे छे) क्लइ (कळे छे)
चोपडइ (चोपडे छे) द्रउडइ (दोडे छे)
गूंथइ (गूंथे छे) मीचइ (मींचे छे)
बइसइ (बेसे छे) कुरमाइ (करमाय छे) संझोरइ (संझेरो करे छे–दुकान उंजइ ( उंजे छे-उंगे छे)
वधावे छे) ऊघडइ (ऊघडे छे)
सूजइ (सूजे छे-सोजो आवे छे ) घूदइ ( खूदे छे)
चूकइ (चूके छे) धूजइ (धूजे छे)
वाजइ ( वजाडाय छे-बाजे छे) काढइ ( काढे छे)
खाजइ (खवाय छे-खाय छे) चडइ ( चडे छे) मोकलइ ( मोकले छे)
जणाइ ( जणाय छे-जाणे छे) मांजइ (मांजे छे)
कराइ (कराय छे–करे छे) लिअइ (गृह्णाति-ले छे ) छूटइ ( छूटे छे) क्षिरइ (खरे छे)
वषाणइ ( वखाणे छे)
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
___www.jainelibrary.org