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ग्या
ग्या-गया
चौदमो अने पन्दरमो सैको ४०१ वयरी-वैरी
हुंतइ-छते अरिहइ–योग्य छे
मंगलीक मंगळीक अरिहंत-अरिहंतोने
हिवडातणइ-हमणा तणे-हमणाने किसा-केवा
पहिलउं–पहेलु रागद्वेषरूपीआ-रागद्वेषरूप सुमरेवउं-स्मरQ-समर-याद करवू चउत्रीश-चोत्रीश
पढेवउ-पढवा योग्य नमस्कारु-नमस्कार
भारी-भारे-दीर्घ करिउ-करीने पंचत्तालीस-पीस्तालीश
ग्या " जिसउं–जैसुं-जेवू
उत्ताणु-चत्तुं तिसइ-तैसे-तेवे
ऊपरि-ऊपर संबंधियइ-संबंधना
चउवीसमह-चोवीशमाना विभागि-विभागे
बार-बार आंग-अंग
अछइ-छे सर्वहीं सर्वने उपायी-उत्पादी-पेदा करी
किसउ-कैसो केवो सर्वही माहि-सर्वनी अंदर-बधांनी
यउ-आ अंदर
चउवीसी-चोवीश ध्यातव्यु-ध्यावा योग्य
स्मरतां-स्मरतां गुणेवउ-गणवा योग्य
माहात्म्यु-माहात्म्य (३) अतिचार-(संवत्-१३६९) तुम्हि-तमे
विराया-पिराया-पराया बीजाना आलोउ-आलोओ-आलोचना करो सिउणइ-सोणे-सोणामां पढिडं, पढिउ--पढ्यु-भण्युं सिउणांतरि-स्वप्नांतरे
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