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चौदमा सैकाना गद्यगत शब्दो
अनेरीकन्हइ
अनेराकues आगलउ - आगलो - वधारो
ओछउ - ओछो कान - काने
मात्रिं - मात्राए
मात्र, देवंदण - देववंदन
अनेरानी कने
अनेरानी पासे
कह्यांकां
हुइ - होय
सझाइ - सझाय - सज्झाय - स्वाध्याय हुउ-थयो
हुयइ - होय
पाटी-पाटी
पोथी - पोथी
गुजराती भाषानी उत्क्रान्ति
१३९ ( १ ) अतिचार
महारउ - माहरो हउ हो -थाओ
जि-जे
अंतराइउ - अंतराय - विघ्न
हथयो
कीधउं कीधो
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कमळी-कवलिका
सांपडा, सांपुढं- चापडो
सांपडी, सांपडी - चापडी
हंती सक्ति छती शक्ति
गुणतां गणतां
पगु-पग
लागउ-लाग्यो
थुकु, थुंकु थुंक
लग्गउ-लाम्युं
हुई होय
दिवसमांहि - दिवसमां सबहि-बधानुं
( २ ) नवकारव्याख्यान ( चौदमोसैको)
यउ - आ
सारसंभाल - याद राखीने संभाळ लेवीस्मरण राखीने ध्यान राखवुं
तेह तेनुं
करता-करतां
पढतां-भणतां
पनर - पन्नर - पंदर करत-करते
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