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गुजराती भाषानी उत्क्रान्ति
लियइ-ले छे
| परणी-परणेली नीम-नियम-नीम
बुझवणइ-बुझववा मग्गावइ–मगावे-मागु करे-शोधे छे बइठउ-बेठो बीजा-बीजा
चोरेहिंसिउं-चोरो-चोरो साथे पाठवए-पाठवे
पइठउ-पेठो मन-नहीं
लीयंता-लेता अच्छई-छे
जाणीइए-जाणीए ते ते
किम-केम थंभीया थंभ्या
होइसिइ-हशे–थशे टगमग-टगमग
अढार-अढार जोयंता-जोता
नात्रां-नात्रां-नातरां साठि-साटुं
कहेई-कहे-कहे छे कीजइ-कीजे
पितर-पितरो विजावडई-विद्यावडे
तम्हारा तमारा माय दुलंघीय तणइ वयणे-मायतणे- किम केम
माताने-दुर्लध्य वचने | तृपति-तृपति-तरपत-धरपत-तृप्ति दीजइ-देजे
पिंड-पिंड किस-किश्यु-शुं
पडइ-पडे करेसो-करशो
लोयहं तणइ-लोकतणे लेसो-लेशो करेसिइ-करशे
ऊभा-ऊभा एवडु-एव९
जोसिइं-जोशे ऊमाहीआ-ऊमाह्या
बाप-बाप लेसिउ-लेशो
मरवि-मरी
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