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व्याख्याप्रज्ञ- जे शब्द उपर टिप्पण टिप्पण माटे साक्षीभूत प्तिनुं पृष्ठ | छे ते शब्द
ग्रंथ वगेरे
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टिप्पण माटे साक्षीभूत
ग्रंथ वगेरे
ब्राह्मण- स्वरूप बेंतालीश दोष महाशिलाकंटक मित्रपरिणत
उत्तराध्ययनसूत्र प्रवचनसारोद्धार टीकाकार
३०
लब्धि
|शिव
सोम
१०४,५ वाराणसी स्थानांगसूत्र, ज्ञातासूत्र, उपासक- ३
दशांगसूत्र, पन्नवणासूत्र, अ- १७२ भिधानचिन्तामणि, समेत
शिखररास, मज्झिमनिकाय. वैक्रिय समुद्घात समवायांगसूत्र वैरोचनेन्द्र प्रज्ञापनासूत्र शक्रेन्द्र जीवाभिगमसूत्र
३३३ ५२ शबर
सूत्रकृतांग, प्रश्नव्याकरण, प्रज्ञा- ८
पना. ४२
निरुक्त (यास्कनु) १८१ शौरसेनी भाषा प्राकृतव्याकरण
३८० सक्किया अनुवादक
सुसुमारगिरि | मज्झिमनिकाय १२२
निरुक्त (यास्कनु) १११ संध्या
वाराहीसंहिता १०६ संबाध पन्नवणासूत्र
२५७ स्कंद अमरकोष
२७५ | (भाग-३)
अपश्चिम मारणांतिक- भगवतीटीका | संलेखना
आधाकर्म वगेरे दोष | पिंडनियुक्ति १९५ आमन्त्रणी प्रज्ञापनासूत्र
२४० आशीविष
टीकाकार उन्माद
२७४ ७३ ऋजुमति
नन्दीसूत्र ३५६ औदयिकभाव टीकाकार ३९३ . कपोतपक्षी टीकाकार कायिकी प्रज्ञापनासूत्र
२४० ३८१
गोशालकनो सिद्धांत चूर्णिकार ३६७ | दिशाचर टीकाकार २४३ धात्री
राजप्रश्नीय ३६७ |निमित्त अनुवादक
२१३ ९२ प्रयोग पनवणासूत्र
३०१ १९७ पासत्था
टीकाकार
व्यंजनावग्रह नन्दीसूत्र वलयमरण अनुवादक सर्वोत्तरगुण प्रत्याख्यान टीकाकार साकारबोध सामायिक चारित्र | स्थविर
अनुवादक |संस्थान
टीकाकार (भाग-४) अधिकरण टीकाकार अवग्रहना पांच प्रकार , आकर्ष . अनुवादक आलोचन इच्छाकार एजना करण
टीकाकार कालिकश्रुत
नन्दीसूत्र
अनुवादक | चारण
टीकाकार दश गुण ( आलेचना अनुवादक | योग्य साधुना) | निदा
प्रज्ञापना | निम्रन्थ
अनुवादक
९३
१७
कुशील
११८
द
७९
"
पुलाक बकुश
३६
मद्रुक
श्रेणि
समवसरण खम
सूत्रकृतांगसूत्र, आचारांगसूत्र. अनुवादक
बेचरदास
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