________________
प्रस्तावनाने नवमे पाने वीजोनी उगवानी शक्ति विषे जे चर्चा लखेली छे
तेनुं आधुनिक दृष्टिए स्पष्टीकरण नीचे प्रमाणे छः बीजोनी उगवानी शक्तिनो टकाव .
छाणथी के माटीथी चांदेला कोठामा, डालामां के माटीना बीजा कोई ठाममा साचवी राखेलां बीजोने हवा, भेज वगेरे लागवानो संभव छ वा अन्य कोई विघातक शक्ति ते बीजोने निर्जीव-उगवानी शक्ति रहित-करी शके छे तेथी ए बीजो बगडे छे, सडे छे अने, नष्ट थाय छे अने जे साबीत रहे छे तेमनी पण उगवानी शक्ति वधारे वखत टकी शकती नथी.
बीजोनी उगवानी शक्तिना संबंधमां भगवाने जे उपर्युक्त हकीकत जणावेली छे ते तेमना समयनी बीजोनी रक्षा करवानी व्यवस्थाने आश्रीने समजवानी छे.
प्रयोगात्मक विज्ञानना आ युगमा गमे ते ऋतुमा वायु, भेज वगेरे विघातक शक्तिओ बीजोने लेश पण हानि न पहोंचाडे एवी रीते बीजोने साचबवानी सगवडो थई छे तेथी ते जलदी बगडतां नथी तेम तेमनी उगवानी शक्ति पण वधारे वखत सुधी टकी रहे छे.
उपर्युक्त केटलांक बीजोनी उगवानी शक्तिनो टकाव अने तेना समयनी बाबत अत्यारनुं खेतीवाडी विज्ञान नीचेनी माहिती आपे छः
बीजोनी जात
उगवानी शक्ति ७५ टकाथी वधारे | उगवानी शक्ति १० टकाथी ओछी केटलां वर्ष सुधी
केटलां वर्ष पछी
चोखा
ਬਰ
on or ur
2
तल मग अडद कळथी तुवेर चणा अळसी
9
,
बेचरदा.
१ खेतवाडी महाविद्यालय (पूना)ना अध्यापको पासेथी उपर्युक्त माहिती श्रीमान् काकासाहेबे मोकली भापी छे.
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org