________________ दशाश्रुतस्कन्धसूत्रम् अहो णं सेणिए राया महिड्डिए जाव | एग-राइयं भिक्खु-पडिमं अणणुपा___महा-सुक्खे दशा 10 लेमाणस्स .. दशा 7 आउट्टियाए पाणाइवायं करेमाणे. एग-राइयं भिक्खु-पछिमं सुहाए, - सबले दशा 2 ____खमाए यावि भवति दशा 7 आदट्टियाए मूल-भोयणं वा कंद एग-राइया भिक्खु-पडिमा दशा 7 भोयणं दशा 2 एग-राइर भिक्खु-पडिमं पडिवन्नस्स आउट्टियाए तोदय–वियड-वग्घारिय अणग रस्स निच्चं दशा 7 हत्थेण दशा 2 एते मोहगुणावुत्ता दशा 6 आउट्टियाए अणंतर-हिआए दशा 2 | एते खलु एकबीसं सबला पण्णत्तात्ति आउट्टियाए अदिण्णादाणं दशा 2 बेमि पृष्ठ 32-56 आउट्टियाए मुसा-वायं दशा 2 | एते खलु ते थेरेहिं दशा 2 आचार संपया पृष्ठ 66 | एयाओ खलु ताओ / दशा 1 आयरिय-उवज्झायाणं दशा 6 एयाओ खलु ताओ 'त्ति बेमि दशा 3 आयरिय-उवज्झााएहिं दशा 6 | एवं दोच्चा सत्त-राइंदिया यावि नवरं . आयरिओ अंतेवासी इमाए ___ अणुपालित्ता भवइ दशा 7 चउविहाए पृष्ठ 112 | एवं अभिसमागम्म.. . दशा 10 आहा-कम्मं भुंजमाणे सबले दशा 2 | | एवं खलु समणाउसो जस्स णं धम्मस्स इड्ढी जुई जसो दशा 6 ‘णिदाणं करेति दशा 10 इमं दंडेह, इमं मुंडेह, हमं तज्जेह दशा 10 | एवं खलु देवाणुप्पिया दशा 10 इह खलु थेरेहिं भगवन्तेहिं बीसं एवं खलु। जाव माणुसगा खलु ईसरेण अदुवा गामेणं दशा 6 ____कामभोगा अप्पडिक्कते तं ईसा-दोसेण आविटे दशा 6 जाव विहरति दशा 10 उवगसंतंपि झंपित्ता दशा 6 एवं खलु समणाउसोसव्वं जावं उवट्ठियं पडिविरयं दशा 6 पुमत्ताए से तं साहू दशा 10 एवं अभिसमागम्म दशा 7 एवं खलुः निग्गंथोणिदाणं . एवं आउट्टियाए चित्तमंताए दशा 2 किं ते आसगस्स सदति दशा 10 एवं अहो राइंदियावि / नवरं छट्टेणं एवं खलु समणाउसोहंता, भत्तेणं दशा 7 पव्वइज्जा तिणढे समढे दशा 10 एवामेव ते इत्थि-काम-भोगेहिं एवं खलुनिव्वेयं गच्छेज्जा मुच्छिया दशा 10 / सुणीहडे भविस्सति से तं साहू . दशा 10 पृष्ठ 6