________________ - 268 श्रीसिबहेमचन्नशब्दानुशासनम् 129 युछ प्रमादे / 163 . गर्ज 164 गुजु 130 धृज 131 धृजु | 165 गृज 166 गृजु 132 ध्वज 133 ध्वजु 167 मुज. 168 मुजु 134 ध्रज. 135 ध्रजु 169 मृज 170 मज शब्दे / 136 वज 137 व्रज 171 गज मदने च / 138 षस्ज गती। 172 त्यजं हानी। 139 अज क्षेपणे च। 173 षों सके। 140 कुजू 141 खुजू. स्तेये / | 174 कटे वर्षावरणयोः / 142 अर्ज 143 सर्ज अर्जने / 175 शट रुजाविशरणगत्यव१४४ कर्ज व्यथने / शातनेषु / 145 खर्ज मार्जने च। 176 वट वेष्टने / 146 खज मन्ये / / 177 किट 178 खिट उत्त्रासे / 147 खजु गतिवैकल्ये / 179 शिट 180 षिट अनादरे / 148 एजृ कम्पने / 181 जट 182 झट संघाते / 149 ट्वोस्फूर्जा वनिर्घोषे / . | 183 पिट शब्दे च / 150 सीज 151 कूज 152 गुज 184 भट भृतौ / 153 गुजु अव्यक्ते शब्दे / 185 तट उछाये / 154 लज 155 लजु 186 खट काक्षे / 156 तर्ज भर्त्सने / 187 णट नृत्ती / 157 लाज 158 लाजु 188 हट दीप्ती / भर्जने छ। 189 षट अवयवे / 159 जज 160 जजु युद्धे / / 190 लुट विलोटने / 161 तुज हिंसायाम् / 191 चिट प्रष्ये / 162 तुजु बल्ने छ। 192 विट शब्दे /