________________ 200 " 630 सिद्धसहस्रनामावली ॐ अतुल्याय - नमः . ॐ विषमाय नमः , विषमास्त्रजिते . . . ,, 650 " असदशाय , अकल्याय ,, जितारये ,, अजिताय "असमानाय , सर्वयसे ,, धर्ममेधाय नगाय ,, अमोघाय अगाय ,, शम्भवाय , नगाधिराजाय ., ,, सुप्रतिष्ठाय , स्थावराय " दृढरथाय " जङ्गमाश्रयाय ,, विश्वसेनाय ,, प्रक्षीणबन्धाय महारथाय ,, चिन्तामणये , कामारये , प्रमाणपरिधये , सुरमणये , प्रधिये , कामकुम्भाय सुरद्रुमाय " कृतानन्दाय .. ,, रोहणाय , कृतामोदाय ,, दक्षिणावर्ताय ,, तशर्मणे ,, कामधेनवे , कृतोदयाय , अकश्मलाय ,, कृतान्तसृजे , चितार्धप्रदाय ;; कृतान्तच्छिदे ,, चैत्याय , कृतान्तज्ञाय ,, चिरच्छायाय 670 , कृतान्तहते ,, चिरस्थितये .. , समयाय , जैवातृकाय. . : .. , समयातीताय'... .... अनभिज्ञानाय /