________________ 162 सिद्धसहस्रनामावली. नमः .. ॐ जगद्भानवे ,, जगन्मणये , जगदाय , जगच्चिन्त्याय. जगत्काम्याय , जगत्प्रियाय जगद्धेतवे , जगत्केतवे जगत्सीम्ने जगन्निधये जगद्वैद्याय ,, जगज्ज्योतिष जगत्पोषिणे , जगद्वषाय जगत्पूष्णे , जगद्धर्याय जगद्बीजाय , जगत्तरवे जगत्साराय जगन्मूलाय सिद्धार्थाय सिद्धशासनाय ,, सिद्धस्थानाय , सुसिद्धान्ताय नमः . ॐ सिद्धगिरे. .., सिद्धधिये ., सुधिये , भवाब्ध्यगस्तये , भवहृते , भवच्छिदे / , अपुनर्भवाय ,, कालातीताय ,, भवातीताय , भयातीताय ,, कलातिगाय ,, गुणातीताय ,, रजोऽतीताय ,, कल्यातीताय ,, कुलातिगाय ,, वर्णातीताय ,, पदातीताय ,, मार्गातीताय ,, अक्षरातिगाय ,, वाक्यातीताय ,, स्मयातीताय ,, वाचोऽतीताय ,, नयातिगाय ,, वृत्त्यतीताय .