________________ 161 सिद्धसहस्रनामावली ॐ मन्त्रबीजाय .. नम: , मन्वन्यासाय , मन्त्रराजे , महामन्त्राय ,, मन्त्रपतये , धर्मस्थानाय , सुमन्त्रभुवे , चिन्मन्त्राय , मन्त्र संस्थानाय ,, मन्त्रेड्याय " मन्त्रपूजिताय , मन्त्रमात्राय , स्फुरन्मन्त्राय , मन्त्रदेवाय . . ,, ,, मान्त्रिकाय ...., " पञ्चमङ्गलमन्त्राय , , सर्वमन्त्रावतारवते . , . ,, मन्त्रे प्रत्यक्षरूपाय , 2 , जगन्नाथाय जगज्ज्ये ष्ठाय .. . . ., . जगत्स्वामिने ...... ॐ जगद्बन्धवे. नमः ,, जगद्गुरवे ,, जगत्त्रात्रे ,, जगत्पात्रे 210 ,, जगद्रक्षाय , जगत्सखाय ,, जगदीशाय ,, जगत्सष्ट्र ,, जगद्वन्द्याय ,, जगद्धिताय / ,, जमत्पतये .... , जगन्मान्याय जगच्छास्त्रे , जगन्मुखाय ,, जगच्चक्षुधे ,, जगन्मित्राय ....." ', जगद्दीपाय ,, जगत्सुहृदे ,, जगत्पूज्याय .,. जगद्धय याय ,, जगद्विदे ,, जगदर्यम्णे , जगन्मात्रे ,जगद्मात्रे ,, 230 " , जगत्पित्रे जगन्नेत्रे जगभर्ने : , ...: . ,,