________________ ( 145) नरहत्या कर खूनी कहाने वाला किसी दुष्ट बुद्धि से ही हत्या करते हैं, उस हत्या का कोई भी अनुमोदन नहीं करता, किन्तु जो मूर्ति पूजा में केवल धर्म के नामसे सूक्ष्म और स्थूल जीवों की हत्या कर फिर भी उसे अच्छा समझते हैं और सर्व त्यागी महामुनि कहे जाने वाले उस भारम्भ की अनुमोदना करते हैं, अनुमोदना ही नहीं, कहकर करचाते हैं, यह कितने श्राश्चर्य की बात है ? यदि इसे सरासर अन्धेर भी कहा जाय तो क्या अतिशयोक्ति है? मातरम