________________ 81 चमू जमू जिमू अदने // 139 // ष्ठिवूक्लम्वाचमो दीर्घः / शित्यत्यादौ, आचामति / क्रमू पादविक्षेपे / // 140 // भ्रासभ्लासभ्रमझमक्लमत्रसित्रुटिलषियसिसंयसेर्वा / श्यः शिति // 141 // क्रमो दीर्घ परस्मै / शित्यत्यादौ, क्राम्यति कामति // 142 // क्रमोऽनुपसर्गाद्वात्मने / क्रमते / / 143 // क्रम स्ताद्यशित / इडादि त्मने, अक्रन्त अक्रमीत् / यम् उपरमे / 144 // गमिषद्यमश्छ / शिति, यच्छति / अयंसीत् / स्यमू शब्दे / णम प्रह्वत्वे / गम्ल गतौ, गच्छति / / 145 / / गमहनजनखनघसः स्वरेऽनङि / विङति लुगुपान्त्यस्य, जग्मतुः / // 146 // गमोऽनात्मने / आदिरिट सादेः, गमिष्यति अगमत् / चर भक्षणे, अचारीत / दल जिफला विशरणे, फेलतुः पफलतुः अफालीत / शील समाधौ / शूल रोमे / फल निष्पत्तौ / गर्व दर्प / ष्ठिवू क्षिवू निरसने, ष्ठीवति // 147 // तिर्वा / ष्ठिवः पूर्वस्य, तिष्ठेव टिष्ठेव / जीवु प्राणधारणे गुर्वै उद्यमे / अब रक्षणगतिकान्तिप्रीतिषु / दृश प्रेक्षणे, पश्यति / / 148 // अः सृजिशोऽकिति धुटि रः // 149 / / हशिटो नाम्युपान्त्याददृशोऽनिटः सक् / बद्राक्षीत् अदर्शत दद्रष्ठ ददर्शिथ द्रष्टा / दंश दशने,