________________ // 28 // श्वन्युवन्मघोनो ङीस्याद्यघुस्वरे / व उ:, शुनः शुनि श्वसु // 29 // पयिन्मथिनृभुक्षः सौ / आः / एः, पथ्यादीनामेरा, घुटि // 30 // थो न्थ / पथिन्मथिनोर्बुटि, पन्थाः पन्थानौ / / 31 / / इन्डीस्वरे / पथिन्मथिनोरिनो लुक् डीस्वरे, पथः पथिभ्याम् पथि, नन्ता संख्याऽलिङ्गेति त्रिषु समानः पञ्चन्, पञ्च पंचानाम् पंचसु // 32 // वाष्टन आः स्यादौ // 33 / / अष्ट और्जश्शसोः / अष्टौ अष्ट अष्टानाम् // 34 / / भुत् भुद् बुधौ भुद्भ्याम् // 35 // युज्रोऽसमासे / घुटि प्राग्नोऽन्तो धुटः // 36 // युजञ्चक्रुञ्चो नो / ङः, पदान्ते, युङ् युञ्जौ // 37 // चजः कंगम् / धुटपदान्ते, युग युक्षु / निमित्ताभावे नैमित्तिकाभावः खन् खञ्जौ खन्सु, राट् राड् परिव्राट् // 38 // वसुराटोर्दीर्घः / विश्वस्य, विश्वाराट् विश्वराजौ // 39 // संयोगस्यादौ स्कोटुंग् / घुट्पदान्ते, साधुलग् साधुलग्भ्याम् / // 40 / / ऋत्विज्दिश्श्स्पृ श्त्रज्दधृषुष्णिहो गः / पदान्ते, ऋत्विक् // 41 // रात् स / एव पदान्ते लुक्, ऊर्क, ऊर्ख // 42 // द्वे आद्धरः // 43 / / लुगस्यादेत्यपदे // 44 // तः सौ स. / त्यदादीनां व्द्यन्तानां, सः ते तस्मै, त्ये त्येषु यः येषाम् यस्मिन्