________________ 21 हन्भ्वौ, दृम्भून् / स्वयम्भुवौ स्वयंभुवाम् स्वयम्भुवि / कर्त्या कर्तृन् कर्तुः कर्तृणाम् / अङग च, ऋतो घुटि ङौ चार् कर्तरि, ना नरौ नुः / नुर्वा नामि दीर्घः, नृणाम् नृणाम् / कृः क्रौ / से: सयौ / // 63 // औत औधुटि / सुद्यौः / // 64 // आ अम्शसोऽता / सह, सुद्याम् सुद्याः सुद्योः सुद्यवि // 65 // आ रायो व्यञ्जने / रा: रायौ राभ्याम् रासु / ग्लौः ग्लावौ ग्लौषु / // इति स्वरान्तपुंल्लिङ्गाः // 6 // // 7 // स्वरान्त स्त्रीलिङ्गाः / // 1 // आबन्तोः / मालाशब्द:, माला // 2 // औता / आप औता सहैत्, माले मालाः / एदापः सिनामन्व्ये, हे माले माला // 3 // टौस्येत् / आपः, मालया // 4 // आपने डितां येयास्यास्याम् / मालायै मालायाः मालानाम् मालयोः मालायाम् // 5 // आत् / स्त्रियामकारादाप्, सर्वा // 6 // सर्वादेर्डस्पूर्वाः / यैयास्यास्याम् / ङिताम् / सर्वस्यै सर्वस्याः सर्वस्याम्, द्वितीयस्यै, जरा जरसौ जरे जरसः जराः, नासिकया नसा नोभ्याम् / निशा निशाभ्याम् निज्भ्याम् / // 7 // यजसजमृजराजभ्राजभ्रस्जवश्वपरिवाजः