________________ अपत् / लुभ गायें / क्षुभ चलने / नशौ अदर्शने / // 6 // नशो धुटि / स्वरान्नोऽन्तः / . // 7 // नशः शः / शान्तनशो रादे! णः, प्रणश्यति // 8 // नशेर्नेश् वाऽङि / अनेशत् अनशत् / भ्रंशू अधःपतने, भ्रश्यति अभ्रंशोत बभ्रंशतुः / शुप शोषे, शोष्टा / दुष वैकृत्यै / श्लिष आलिंगने // 9 / / श्लिषोऽनिटोऽद्यतन्यां सन , अश्लिक्षत , नासत्त्वाश्लेषे। मितृष पिपासायां / तुष तोषे / रुष रोषे / असू क्षेपणे, अस्थत् / यसू प्रयत्ने / शमू दमू उपशमे / // 10 // शमसप्तकस्य दोघः श्ये / शाम्यति / श्रम खेदतपसोः / क्लमू ग्लानौ / मुहौ मोहे / द्रुहौ द्रोहे / ष्णिहौ प्रीतौ // इति पुषादयः // इति परस्मैपदं // षूङो प्राणिप्रसवे, सूयते सुषुविषे / दूङ् परीतापे / दीङ क्षये, अदास्त // 1 // दीय दीङः / किति खरे, दिदीये // 2 // यबङ्किति / दीङ आः / दाता लीङ श्लेषणे, लीयते // 3 // लोलिनोर्वाऽऽयंबङिति / लाता / / इति स्वादिः / / पदि गतौ // 1 // जिच् ते पदेस्तलुक् च / उदपादि / बुधि मनि ज्ञाने, भोत्स्यते अबोधि अमत। जनै जातौ // 2 / / आ ज्ञाजनोऽत्यादौ / शिति, जायते