________________ (224) जस्स. पयकमले सीय, वसीय पोमाषइ धरणेदो / तस्स नासेइ सयल, विसहर विसनासेई // 10 // 4 तुह सम्मत्ते लढे, चिंतामणिकप्पपायवलहिए। पार्वति अविग्येणं, जीवा अयरामरं ठाणं // 11 // नष्ठमयहाणे, पणहकम्मनहसंसारे / परमहनिहियटे, अहगुणाधीसेर वैदे // 12 // 5 इय संथुओ महायस, जतिब्लरनिब्लरेण हियएण / ता देव दिन बोहि, लवे नवे पासजिणचंद . // 13 // કેટલીક પ્રતમાં ઉપરની 989-10 મી ગાથાને બદલે નીચેની ચાર ગાથાઓ છે. - भू उपसारमा माघमा 1-2-3-4-5 क्षी પાંચ ગાથાઓ હાલ પ્રવૃત્તિમાં છે. છડી ગાથા જે સંખેપી દીધી છે તે તો કોઈ પણ જગ્યાએ લભ્ય નથી. तं नमह पासनाई, धरणिंदनमंसियं दुइपणासेइ / तस्स पलावेण सया, नासंति सयलदुरियाई // 14 // एए समरंताणं, मुणिं न दुहवाहि नासमाही दुरकं / नामं सोयेंमं असम,* पयडो नथ्विथ्य संदेहो // 15 // जलजलण तह सप्पसीहो, मारारी निवेपि खिप्पं जो। समरेइ पासपहुं, पहोवि न कयावि कोसी तस्स // 16 // इहलोगह परलोगडि, जो समरेइ पासनाई तु / तत्तो सिझेइ नको-सइ नाह सुरा जगवंतं // 17 // 1 सया. 2 वसइ. 3 माघटुं. 4 महाधीसरं 5 वि 6 त * नाम विय मंतसमं.७चोरारी.. . . .. . ...