________________ ( 36 ) RM26 - "सुशीलनाममाला" भाषा ज्ञान माटे शब्द ज्ञान आवश्यक छे. अने शब्द ज्ञाननो खजानो कोषग्रन्थोमां संकलित छे. कोषग्रन्थाभ्यासना प्रभावे समर्थ विद्वत्ता नो पण प्रभाव होय छे. वर्तमानमा उपलब्ध अनेक कोष ग्रन्थोनी श्रेणीमा एक नवो प्रकाश पाडवा परम विद्वद्वर्य प्राचार्य श्रीविजयसुशीलसूरीश्वरजी महाराजश्रीए स्वनाम . साथे "सुशीलनाम माला" नामक कोषग्रन्थ अत्यन्त संदर अने व्यवस्थितरीते संपादित करीने विद्वद् समाज उपर अनहद उपकार को छे. जे चिरस्थायी रहेशे. . प्रा ग्रन्थ सर्व ने माटे उपयोगी निवडे एज शुभेच्छा. जेयो प्री-स्व० प० पू० प्रा० श्रीमद्विजयभक्तिसूरीश्वरजी म० सा० ना समुदायना छे. ] 0WSDORRA दिनाडू विजयलब्धिसूरि 3-2-77 वाइ