________________ / 13 ) के विद्वद्वयं प्रशांतमूर्तिपरमपूज्य प्राचार्यदेव श्रीमविजयसुशीलसूरीश्वरजी महाराज साहेब विरचित 'सुशीलनाममाला' शब्दकोश संस्कृतना अभ्यासोवर्गने उपयोगी थशे. पूज्यपाद् प्राचार्यदेवश्रीजीनी साहित्य अंगेनी सेवा घणीज अनुमोदनीय अने अभिनन्दनने पात्र छे. - दिनाङ्क 15-10-76 .---- पंन्यास विकासविजयगणि जंन न्याति नोहरा, सादडी, मारवाड़ 99999999999999999995