________________ [ 12 ] पूज्यपाद प्रातःस्मरणीय कलिकाल सर्वज्ञ श्रीमद्हेमचन्द्र7 सूरीश्वरजी महाराज विरचित 'श्री अभिधानचितामणी' a कोश- मालंबन लइ, आपश्रीए 2848 श्लोक प्रमाण श्रीसुशीलनाममाला' नामनो या नूतन संस्कृत कोश बनान्यो छे तेनी अंतःकरण पूर्वक हुँ भूरि भूरि अनुमोदना करु छु। प्रापनो अन्तिषद् उपाध्याय सिरोही ( राजस्थान) दिनाङ्कः . 22-10-76 विनोदविजयगणि श्रीहीरसूरीश्वरजी जैन उपाश्रय LAT