________________ ( 3 ) **************** __कलिकाल सर्वज्ञ भगवन्त प्रा० श्रीहेमचन्द्रसूरीश्वरजी व विरचित "अभिधान चिन्तामणि" संस्कृतशब्दकोष र तदनुसार 2848 संस्कृतश्लोकप्रमारण "सुशीलनाममाला" ए शुभ नामथी सुशोभिन शब्दकोष नूतन युगना अभ्यासीनो माटे उपकारी अने उपयोगी निवडशे. तमारो प्रयत्न अतिसबल अने सफल बन्यो छे. अने चिरंजोत्र बनवा निर्मायो छे. विद्वानोना करकमलमां जशे त्यारे पास ग्रन्थ अतीव प्रादरणीय बनशे. प्रा योजना दीर्वदृष्टिथी करवामां आवेल छे. प्राशा छ। के वधु ने वधु तमारो (ग्रन्यकर्ता प्रा० श्रीविजयसूशीलसूरिजीनो) प्रयत्न स्व-पर श्रेयस्कर बनो. **RRRRRRRR*** मुंबई-56 A. S. __ लो० आ० मेरुप्रभसूरि जैनउपाश्रय महात्मा गांधी रोड वोलेपार्ला (पूर्व) दिनाङ्क . 1-10-76 *