________________ ( 2 ) نتنا منان **** कलिकाल सर्वज्ञ श्रीहेमचन्द्रसूरीश्वरजी रचित "अभिधान चिन्तामणि " कोशना आधारे तमे रचेल नूतन संस्कृतश्लोकमां “सुशीलनाममाला" नूतन कोष हालना कालमा समाजने घणोज उपयोगी थशे, तेमां बे मत नथी। दिनप्रतिदिन प्रावू नूतन संस्कृत साहित्य बहार पाओ के जेथी समाज ने खूबज उपयोगी थाय एज शुभेच्छा। ***@******************** वेरावल (सौराष्ट्र) / विजयमोतिप्रभसूरि / प्रासो शुद 14 गुरुवार जैनउपाश्रय ता० 7-10-76 जगावाव चोक RAMRITERARAMMARTRAITANNIVARNE