________________ [ 4 ] आपश्री के वरद हस्ते श्रीमूछाला महावीर तीर्थ में, श्री कापरडाजी तीर्थ में, श्री जैसलमेर तीर्थ में, गुजरात के पाटण शहर में भी प्रतिष्ठा परम शासन प्रभावनापूर्वक हुई है। तदुपरांत जोधपुर, उदयपुर, पाली, सिरोही, सादड़ी, रानी स्टेशन, खीमेल, खुडाला, नांदणा, धणी, शिवगंज, जावाल, अनदोर, मनोरा, गूडा-बालोतान्, गुडा-एन्डला, लकडवास, गुडली, बडी-रुपाहेली आदि क्षेत्रों में भी परम शासन प्रभावना पूर्वक प्रतिष्ठाएँ हुई हैं। ____ खीमेल में और बिलाड़ा में, श्रीब्राह्मणवाडजी तीर्थ में और खौड़ गांव में तथा रानीगांव में भी अञ्जननलाका तथा प्रतिष्ठा अनुपम शासन-प्रभावना पूर्वक हुई हैं। मापश्री को शुभ निश्रा में 1. खौड़ से पैदल संघ श्री कापरडाजीतीर्थ का और श्री राणक पुरजी की पञ्चतीर्थो का निकला है। 2. बिजोवा से पैदल संघ श्रीराणकपुरजी पञ्चतीर्थी का निकला है। 3. खीमेल से पैदल संघ श्रीराणकपुरजी पञ्चतीर्थी का निकला है। - 4. सिरोही से पैदल संघ श्री पाबूजीतीथं का निकला है। .. 5. पाली से पैदल संघ श्री कापरडाजीतीर्थ का निकला है। 6. पीपाड़ से पैदल संघ श्री फलवृद्धिपार्श्वनाथजी तीर्थ का निकला है।