________________ 402 सुशीलनाममालायाः अथ सामान्यविभागः षष्ठः / . ॐ लोकनामानि * लोकः' स्याद् भुवनं विश्वं', विष्टपं पिष्टपं जगत्।। जगती चेति नामानि, लोकानां सप्त सन्ति वै // 2481 // जीवाजोवाधारक्षेत्रं, स लोकः कथ्यते खलु। . प्रलोकोऽपि जिनेन्द्रेण, कथ्यते हि ततोऽन्यथा // 2482 // * पात्मनामानि ॐ क्षेत्रज्ञः' पुरुष प्रात्मा, चेतन: कश्यते तथा। * जीवनामानि , जीवो' जन्तुरे स्तथा जन्युः, देहभाक् देहभाग्' भवी // 2483 // प्रसुमान् चापि संसारी, शरीरी देहभृत् तथा। प्राणी११ सत्त्वं 12 च नामानि, द्वादशैव भवन्ति वै // 2484 // * जन्मनामानि * जन्म' जन्मो जनि इचैव, जननं अनु' रुद्भवः / / उत्पत्ति श्चेति नामानि, प्रयोगे प्रचलन्ति वै // 2485 //