________________ 374 सुशोलनाममालायां * वनबर्करनामानि (r).. पृष्ठशृङ्ग' स्त्विरित प्रच, वनाज: शिशुवाहकः // 2305 // प्रविबुग्ध' मविसोढ२, मविदूस' तथैव हि / पुन श्चाविमरीसं स्यान्, मेषोदुग्धस्य नाम वै // 2306 // * श्वाननामानि 8 श्वा' श्वान: सारमेय इच, स्वजातिद्विट् शुनः शुनिः / रतशायी रसापायी, रसनालिट् रतान्दुक: // 2307 // कुकुरः कुर्कुरः१२ क्रोधी' 3, कौलेयक' श्च कुक्कुरः१५ / शालाकः" कृतज्ञ"३च, कपिलो ववालधि:१६ // 2308 // इन्द्रमहर * श्चन्द्र मह", स्तथेन्द्रमहकामुक:२२ / वनंतप:२३ पुरोगामी२४, मृगदंश२५ श्च मण्डल:२६ // 2306 // अस्थिभुक्२० भल्लहर८श्चैव, भषको 26 भषणो3 deg रुरु:3' / शिवारि:३२ सूचक:33 रात्रि जागर 34 श्च रतव्रण:३५ // 2310 // रतकील 6 स्तथा ग्राममृगो गृहमृगः3८ पुनः / दीर्घनाद श्च नामानि, श्वानस्य प्रथयन्ति वै // 2311 // अलर्कोः' रोगितः श्वानः, कथ्यते कोविदः किल / मृगव्ये कुशलः श्वानो, विश्वक' श्च मन्यते // 2312 // * शुनीनामानि * देवशुनी' शुनी चव, सरमा कथ्यते पुनः /