________________ 352 सुशीलनाममालाया ..................... काण्ड' मेरण्डवंशादौ, विरूढः' स्यात् फलाकुरे // 2135 // विरुद्धका ऽपि प्रख्यातं, तदर्थे कथ्यते बुधैः / / तालबीजे ऽविरूढकं', त्वक् कदल्या निरीक्ष्यताम् // 2136 // करोरादिद्रुमपुष्पं, पुष्पं हि कथ्यते पुनः / भूच्छत्राकस्य कन्दं वै, कवकं मन्यते बुधैः // 2137 / / शाकं' च शिकं चेति, दशधा खाद्य वस्तुनि / * शाकविशेषनामानि *. मेघनाद' स्तण्डुलीय, स्तण्डुलेरो ऽल्पमारिषः // 2138 // रक्तफला' तथा तुण्डि-केरो' च तुण्डिकेरिका / . तुण्डिकेशी तथा बिम्बो', पोलुपर्णो च सन्ति वै // 2136 // जीवन्ती' जीवनीया' च जीवा च जीवनी पुनः / मधु' मधुस्रवा श्रवा', चेति नामानि सन्ति वै // 2140 // वास्तूकं' वास्तुकर चैव, क्षारपत्र प्रसिद्धकम् / क्षीरपत्र पुन श्चेति, नासानि कथयन्ति वै // 2141 // ' पालक्या नाम प्रख्यातं, तथैव मधुसूदनो। * लशुननामानि * लशून' लशुनो ऽ रिष्टो', महाकन्दो' महौषधम् // 2142 / / रसोनो' म्लेच्छकन्द" श्च, सप्त नामानि सन्ति वै /