________________ 288 सुशीलनाममालायां ................... * कुतूनाम * घृततैलादि पात्रस्य, ख्यातं नाम कुतू' रिह // 1764 // कुतुपो' लघुपात्रं स्याद्, घृताद्यानयनाय यत् / * खल्लनाम * . दृतिः' खल्ल२ श्च पानीय,-भरणाय च चर्मणः // 1765 / / * करकपात्रिकानाम * . मालूकरकपात्रिका', चर्ममयो हि मन्यते / * भाण्डनाम * भाण्ड' माऽऽवपनं प्रोक्त, सर्वप्रकारभाजनम् // 1766 // पात्रा' ऽमत्रे च भाजनं 3, त्रिण्यपि भाण्डनामनि / स्थालं' विशालभाण्डं स्यात्, तत् पिधान' मुदञ्चनम् // 1767 // * पर्वतनामानि के शैलो' ऽद्रिः२ शिखरी शिलो-चयो ऽचल५ ३च सानुमान् / अगो नगो गिरि वा', गोत्र'१श्च कन्दराकरः१२ // 1768 // कुध्रो' भूध्रो महीध्र'"श्च, धरो' भूभृद्१७महीधरः१८। . प्रपाती' पर्वतोऽहार्य 1 उर्वङ्गो भूधर: पुनः // 1766 / /