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________________ सुशीलनाममालायां शुक्रनामानि * .. शुक्र वीर्य बलं बोज, पुंस्त्वं' मज्जसमुद्भवम् // 1014 // प्रानन्दप्रभवं किट्ट-वजितं रेत इन्द्रियं / प्रधानधातु:११ पौरुषं१२, चेति शुक्रस्य कथ्यते // 1015 // * रोमनामानि * रोम' लोम परित्राणं, तनुरुह तनूरुहम् / कूपजो मांसनिर्यासः, त्वग्मलं बालपुत्रकः // 1016 // के त्वङ्नामानि * असृग्धरा' ऽजिनं चर्म, त्वक् कृत्तिः छादनी छविः / अजिनं' चर्म कृत्ति स्तु, नामानि मृगचर्मणः // 1017 // . * स्नायुनामानि * स्नायुः स्नसा नसा स्नावा, वस्नसा' सन्धिबन्धनम् / तन्त्री तथा नखारुप श्च, स्नायु नामानि मन्यते / / 1018 // ॐ नाडीनामानि * सिराः शिरा श्च नाड्य श्च, धमनयो भवन्ति वै / नाटिका' च नडि डि, रित्यपि मन्यते बुधैः // 1016 / / ॐ महास्नायुनाम . कण्डरा' च महास्नायु, महानसा निगद्यते। .
SR No.004481
Book TitleSushil Nammala
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijaysushilsuri
PublisherSushilsuri Jain Gyanmandiram
Publication Year1988
Total Pages878
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size36 MB
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