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________________ सुशीलनाममालायां ॐ मस्तकनामानि * . .. मस्तकं' मस्तिकं२ मुण्डं 3, _ मूर्धा मौलि' स्तथा शिरः // 606 // उत्तमाङ्ग तथा शीर्ष, वराङ्ग' चापिक' पुनः / कथ्यते करणवारणं'', देश नामानि सन्ति वै // 607 // ___ॐ केशनामानि * शिरसिजाः कचा:' केशाः२, तीर्थवाका श्च कुन्तला: / वाला' श्च वेल्लितानो ऽस्रः, चिकुरा चिहुरा स्तथा // 608 // वृजिन'० श्चेति नामापि, कथ्यते केशवाचके / ॐ केशपाशनामानि * सकेशः पाश'-रचना२-भार-उच्चय उच्यताम् // 606 // हस्तः५ पक्षः कलाप श्च, केशपाशादिकं भवेत् / * कुटिलकेशनामानि * अलक:' कर्कराल' श्च, खङ्खर श्चूर्णकुन्तलः // 10 // कुटिलकेश' इत्यस्ति, केशशोभा करक्रिया। . * भ्रमरकनामानि . भ्रमरकः' कुरल' श्च, ललाटे भ्रमरालक: // 11 //
SR No.004481
Book TitleSushil Nammala
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijaysushilsuri
PublisherSushilsuri Jain Gyanmandiram
Publication Year1988
Total Pages878
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size36 MB
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