________________ सुशील नाममालायां ईशितेशे'४श्वरे'५ न्द्र१६ ना१७, कथ्यते कोविदः किल / * दास नामानि * .. अथ वास' श्च भृत्य श्च, किङ्करो डिगर स्तथा // 532 // . गोप्यः५ प्रेष्यो भुजिष्यश्च परान्नः परिचारकः / परिकर्मी परिस्कन्दः'', पराचित:१२ परैधितः१३ // 533 // नियोज्यः१४ परपिण्डादः 5, चेट:१६ प्रतिचर१७ स्तथा। मन्यते परजातोऽपि-विबुधै र्दासवाचके // 534 // * कर्मकर नामानि * भृतिभुग' भृतको वैतनिक: कर्मकरी' अपि / निर्भूतिः कर्मकारो' ऽयं, कथ्यते साक्षर रिह // 53 // * वेतन नामानि * भृतिः' स्याद् वेतनं मूल्यं, कर्मणां निष्क्रयः५ १णः / भर्मण्या' भर्म निर्देशो', ___ भृत्या' च भरण'"विधा'२ // 536 // गणिका' भृतिस्तु भोगो भाटि रित्यपि कथ्यते / ___ * खलपू नामानि * बहुधान्यार्जक: ' स्याद् वै, संमार्जको बहुकरः // 537 //